KUMAR LALIT ( NEWS JMK)
गुरुग्राम, प्रदेश सरकार द्वारा
कोरोना लाॅकडाउन के दौरान फसल बिक्री के लिए मंडियों में भीड़ ना लगे, इसलिए
जिला में 11 अतिरिक्त खरीद केन्द्र बनाए गए ताकि किसानों को उनकी फसल की
बिक्री में दिक्कत ना आए और कोविड-19 प्रोटोकाॅल अर्थात् सोशल डिस्टेंसिंग
का भी पालन हो सके। इससे पहले के सालों में जिला की पांच अनाजमंडियों में
ही फसल की खरीद की जाती थी। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष रबी फसल की
खरीद प्रक्रिया अपेक्षाकृत तेजी से हुई और किसानों को मंडियों में रात नहीं
गुजारनी पड़ी।
हालांकि इस बार कोविड-19 संक्रमण
के चलते रबी फसल की खरीद प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण रही क्योंकि जहां एक ओर
किसानों की फसल का दाना-दाना खरीदने के लिए प्रशासनिक अधिकारी दिन-रात
प्रयासरत रहे, वहीं दूसरी ओर किसानों को कोरोना वायरस संक्रमण से भी बचाना
आवश्यक है। गुरूग्राम जिला प्रशासन ने मंडियों में आने वाले वाहनों को
सेनिटाइज करवाया और मंडियों में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की
थर्मल स्कैनिंग की गई और उसको मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया। जिला खाद्य
एवं पूर्ति नियंत्रक मोनिका मलिक ने बताया जिला में फरुखनगर, सोहना, पटौदी
और हेलीमंडी तथा खोड़ मंडी में गेहूं और सरसों फसल खरीद का कार्य किया जा
रहा है। इसके अलावा जिला में 11 खरीद केंद्र अलग से बनाए गए जहां किसानों
की फसल की खरीद की जा रही है।
उन्होंने बताया कि
जिला में 11 खरीद केंद्र जिन स्थानों पर बनाए गए हैं उनमें राजकीय वरिष्ठ
माध्यमिक विद्यालय विद्यालय बोहड़ाकलां , पंचायत स्टेडियम लोकरा (पटौदी) ,
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जोड़ी कलां, पंचायत स्टेडियम चिल्लार्की ,
पंचायत स्टेडियम पहाड़ी , राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर ,
स्पोर्ट्स स्टेडियम पातली, व्यायामशाला व मैरिज प्लेस दाबोदा, ट्रांसपोर्ट
पार्किंग सेक्टर 3 मानेसर कासन , आईटीआई कॉलेज मसूदपुर व बिल्हेड़ा स्टेडियम
आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पहले मंडियों में फसल खरीददारी के दौरान
अक्सर भीड़ लग जाती थी जिससे किसानों को खासी परेशानी होती थी और समय अधिक
लगता था, कई बार तो उन्हें मंडी में ही रात बितानी पड़ती थी। अतिरिक्त
केंद्र बनने से किसानों को एक बड़ी राहत मिली है।
‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा‘ पोर्टल पर 20 हजार 852 किसानों ने किया था पंजीकरण , 95 हजार 236 एकड़ रकबा पोर्टल पर किया गया था रजिस्टर्ड।
किसानों
द्वारा सरसों व गेहूं फसल की खरीद के लिए ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा‘ पोर्टल
पर अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया गया था। जिला में गेहूं के लिए 7
हजार 289 किसानों ने 35 हजार 362 एकड भूमि व सरसो के लिए 13,425 किसानों ने
59 हजार 874 एकड़ पोर्टल पर पंजीकरण करवाया था। इस लिहाज से जिला में
अधिकतम 5 लाख क्विंटल से अधिक सरसों की पैदावार होने का अनुमान है और गेंहू
की 6 लाख 65 हजार क्विंटल से ज्यादा पैदावार होने की आशा है।
कृषि
एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक आत्माराम गोदारा ने बताया कि मंडियों
में उपज खरीदने का काम व्यवस्थित ढंग से किया जा रहा है। जिन किसानों ने
पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाया था उन्हें मंडी अधिकारियों द्वारा कॉल व
एसएमएस के माध्यम से अपनी उपज लाने के लिए मैसेज भेजे जा रहा है कि वे किस
दिन अपनी सरसों या गेंहू मंडी में ला सकते हैं। इसके बाद ही किसान मंडी में
अपनी फसल लेकर आता है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान
में रखते हुए मंडियों में सिर्फ 50-50 किसानों को दो शिफ्टों में बुलाया जा
रहा है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे और किसान भी व्यवस्थित रूप से अपनी
फसल को मंडी में ला सकें ।
- जिला में अब तक 5 लाख 96 हजार 750 क्विंटल गेहूं की हुई खरीद व 3 लाख 34 हजार 120 क्विंटल सरसों खरीदी गई।
फसलों
की खरीद संबंधी जानकारी देते हुए जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक मोनिका
मलिक ने बताया कि जिला में अब तक 5 लाख 96 हजार 750 क्विंटल गेहूं की
खरीद की गई है व 3 लाख 34 हजार 120 क्विंटल सरसो खरीदी जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि देर सायं प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को फरूखनगर
मंडी मे 1230 क्विंटल , हेलीमंडी में 120 क्विंटल, तथा सोहना मंडी में 60
क्विंटल गेंहू की खरीद की गई। इसी प्रकार, 20 मई को जिला में एक दिन में
1410 क्विंटल गेंहू की खरीद की गई। वहीं सरसों की खरीद फरूखनगर मंडी में
1880 क्विंटल की गई।
उन्होंने बताया कि जिला में
गेहूं व सरसों की खरीद दो सरकारी एजेंसियों- हरियाणा वेयर हाउसिंग
कारपोरेशन तथा हैफेड के माध्यम से की जा रही है। हरियाणा वेयर हाउसिंग
कॉरपोरेशन द्वारा अब तक 2 लाख 33 हजार 800 क्विंटल गेहूं तथा 1 लाख 10
हजार 950 क्विंटल सरसो की खरीद की जा चुकी है। वहीं हैफेड द्वारा 3 लाख
62 हजार 950 क्विंटल गेहूं की खरीद तथा 2 लाख 23 हजार 170 क्विंटल
सरसो की खरीद की गई है।
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