पटौदी
निजी कंपनियों द्वारा गांव खोड़ में सड़कों के किनारे भारी मात्रा में राख डाली जा रही हैं। ग्रामिणों का आरोप है कि राख के कारण गांव लोगांे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा हैं। राख के हवा में घुलने के कारण अब यह समस्या दिनों दिन और बढ़ती जा रही है। राख को खुले में डालने पर प्रतिबंध लगाने के लिए ग्रामिणों ने एसडीएम और विधायक को लिखित शिकातय भी दे दी हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।क्या हैं मामलागांव खोड़ के पास कुछ निजी कंपनियों द्वारा उनकी कंपनी में जलाने के बाद बचे राख के अवशेषों को खुले में डाला जा रहा हैं। सड़क किनारे राख के ये ढेर कई कई किलोमीटर तक फैल गए हैं। तेज हवा चलने के साथ राख के सुक्षम कण हवा में धुल रहे है और वातावरण को खराब कर रहे हैं। जिससे हवा कि गुणवत्ता खराब हो रही हैं।दिया ज्ञापनएसडीएम रोजश कुमार और विधायक सतप्रकाश जरावता को दिए ज्ञापन में कहा गया हैं कि नहर किनारे बनी माल्ट फैक्ट्री से राख निकाल कर जगह जगह सड़क किनारे डाली जा रही हैं। हवा में राख घुलने के कारण प्रदूषण फैल रहा हैं तथा खेतों उड़कर गिरने के कारण भूमि उपजाउ शक्ति पर प्रभाव पड़ रहा हैं।क्या कहते हैं ग्रामीणओमबीर ठाकरान, धर्मपाल सिंह, रणजीत कुमार, अमित ठाकरान, हरिओम सिंह ने बताया कि कंपनी द्वारा रखी को गांव में जगह-जगह डाला जा रहा है जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है इन लोगों की अपील है कि प्रशासन इसको तुरंत प्रभाव से रुक वाई ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना हो।इस बाबत विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया वह उचित कार्रवाई की बात कही है।
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