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Friday, June 5, 2020

एसिम्पटोमैटिक पाॅजिटिव मरीज घर में ही परिवार से बिल्कुल अलग रहें :- डब्ल्यूएचओ


गुरूग्राम
जिला में नोवल कोविड-19 से निपटने के लिए चिकित्सीय तैयारियां पूरी हैं। जिला में आइसोलेशन सुविधा से लेकर सैंपल टेस्टिंग तथा गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को दाखिल करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं जुटाई गई हैं ताकि किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज को अपना ईलाज करवाने में दिक्कत ना हो। 
जिला में तैनात स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गुरूग्राम जिला में कोविड-19 के ज्यादात्तर मरीज एसिम्पटोमैटिक हैं अर्थात् जिनमें लक्षण ना के बराबर प्रदर्शित हो रहे हैं। ऐसे मरीजों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) तथा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर)द्वारा होम आईसोलेशन की सलाह दी गई है। इसका अभिप्राय यह है कि एसिम्पटोमैटिक पाॅजिटिव मरीज घर में ही परिवार से बिल्कुल अलग रहें, उनका शौचालय भी अलग हो। 
चिकित्सा अधिकारियोें के हवाले से उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जब किसी व्यक्ति के कोविड पाॅजिटिव होने की रिपोर्ट आती है और वह एसिम्पटोमैटिक है तो स्वास्थ्य गतिविधियों के लिए उस क्षेत्र का इंचार्ज जैसे कि पीएचसी अथवा सीएचसी में नियुक्त डाॅक्टर या पैरामैडिकल स्टाफ उस व्यक्ति से फोन पर संपर्क करता है। उसे बताया जाता है कि वह कौन सी दवाइया ले  और होम आइसोलेशन में रहकर किस प्रकार अपने परिजनों तथा मित्रों को कोविड से सुरक्षित रख सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे मरीज से रैपिड रिस्पोंस टीम (आरआरटी) द्वारा प्रतिदिन दो बार फोन पर संपर्क किया जाता है जिसमे उससे उसके स्वास्थ्य के बारे में पूछा जाता है। इस दौरान यदि व्यक्ति को बुखार आदि नहीं आता तो 10वें दिन फिर से उसका सैंपल लेकर टेस्ट किया जाता है और रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। इस दौरान नगर निगम द्वारा उसके घर के दरवाजे पर स्टीकर भी लगा दिया जाता है कि ताकि मरीज से ज्यादा लोग संपर्क ना करें। उन्होंने यह भी बताया कि पाॅजिटिव पाए गए व्यक्ति के परिजनों तथा अन्य संपर्क के लोगांे की काॅन्टेक्ट टेªसिंग करके आरआरटी तथा लैब टेक्निशियन द्वारा उनके भी सैंपल लिए जाते हैं।

उपायुक्त ने बताया कि जिन लोगों के घरों में होम आइसोलेशन के लिए जगह नहीं है उनके लिए जिला प्रशासन द्वारा गुरूग्राम के सैक्टर 9 स्थित राजकीय महाविद्यालय में आइसोलेशन वार्ड बनाकर व्यवस्था की गई है। इस महाविद्यालय में वर्तमान में 50 बैड हैं जिनकी संख्या आवश्यकतानुसार बढाई जा सकती है। यही नहीं, प्रशासन द्वारा सेल्फ पेड तथा गवर्नमेंट पेड आइसोलेशन सुविधा भी शहर के 12 होटलों में की गई है, जिनमें 424 बैडो की व्यवस्था है। सेल्फ पेड आइसोलेशन की व्यवस्था सैक्टर 69 के ओवो सफायर्स, सैक्टर 14 का जिंजर होटल तथा सैक्टर 8 मानेसर का मिसाकी मानेसर में है। गवर्नमेंट पेड आइसोलेशन सुविधा 9 होटलों में है जिनमें पुराने गुरूग्राम शहर में ओवो हिमज्योति व कैपिटलो-द ग्रेस इन, सैक्टर 14 का फैं्रड्स हर्षविला, सदर बाजार के निकट होटल सम्राट, बसई चैक पर होटल आर के रैजीडेंसी, होटल डेल्टा स्कवेयर, राजीव चैक पर होटल विवा डेस्टिनेशन व होटल वेदांता तथा दरबारीपुर में  होटल सेफायर शामिल हैं। 
उपायुक्त ने बताया कि कोविड के गंभीर रूप से बीमार मरीजों, जिन्हें अस्पताल में दाखिल करने की आवश्यकता है, के लिए इएसआई अस्पताल सैक्टर 9 में 100 बैड, नागरिक अस्पताल सैक्टर 10 के आइसोलेशन वार्ड में 30 बैड तथा मानेसर के मैडियोर अस्पताल में 90 बैड की व्यवस्था है। इसके अलावा, एसजीटी मैडिकल काॅलेज, एम्स बाढसा तथा वल्र्ड काॅलेज आॅफ मैडिकल साईंस एण्ड रिसर्च झज्जर में भी कोविड मरीजों को दाखिल करने की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा, कोविड-19 संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए गुरूग्राम के सैक्टर 31 स्थित पोली क्लिनिक में दाखिल करने की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि ज्यादा गंभीर मरीजों को पीजीआईएमएस रोहतक रेफर कर दिया जाता है।

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