घनश्याम
पटौदी,
कोरोना काल में बर्बादी के कगार पर पहुंचे सूअर पालकों की प्रदेश स्तर की बैठक का आयोजन मानेसर में किया गया। बैठक में 18 जिलों के लोगांे ने हिस्सा लिया और इस व्यवसाय में आ रही परेशानियों और सरकार की उपेक्षा के खिलाफ लामंबद होने की योजना बनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष परमानंद फौजी द्वारा की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने पिगरी व्यवसाय के लिए इस समय को संकट का समय बताया गया।
कोरोना काल में बर्बादी
रामनिवास चैहान, मनोज चैहान, राजेश हुड्डा ने कहा कि पिगरी व्यवसाय को कोरोना काल ने बर्बाद कर दिया है लाखों की संख्या में पिग हैचरी में बंद पड़े हैं लेकिन विभिन्न बार्डर बंद होने के कारण इन्हें खरीदने के लिए कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। पशु पालकों को मुआवजा दिया जाए जिसके चलते वो अपने घर का गुजर बसर कर सकें।
न दवा न सुरक्षा
पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष परमानंद ने कहा कि सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। सभी तरह सके पशुओं के लिए सरकार की ओर से दवा और बीमा कराया जाता है लेकिन पिगरी पालकों को सरकार की ओर इस तरह की कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। ऐसे में इनका व्यवसाय करने वाले लोगों को दोहरी मार पड़ रही है। सरकार की ओर से कम से कम डाक्टरों, वैक्सीन की सुविधा दी जाए और हमारे भी पशुओं को बीमा पाॅलिसी की स्कीम प्रदेश में जल्द जल्द शुरू कराई जाए।
प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार
अपनी समस्याओं को आगे तक पहुंचाने के लिए नई प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष परमानंद फौजी, उपाध्यक्ष रणबीर सिंह सोनीपत, महासचिव कृष्ण अहलावत झज्जर, कोषाध्यक्ष शिवेंद्र सिंह सोनीपत को नियुक्त किया गया। बैठक में जींद, अंबाला, सिरसा और पंचकुला को छोड़कर सभी जिलों से लोग यहां पहुंचे।
नार्थ इस्ट का बार्डर खुले
पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के सदस्यों ने कहा कि हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के में पिगरी का व्यवसाय करने वाले हजारों लोगों को अब सरकार से उम्मीद है कि वो जल्द जल्द से नार्थ इस्ट का बार्डर को खोले क्यों कि सबसे ज्यादा व्यापार इसी जगह होता है जबकि यहां बार्डर बंद पड़े हैं।
इस अवसर पर कुलदीप भिवानी, सुनील रेवाड़ी, दिनेश फरीदाबाद, संदीप सोनीपत, सुरजीत पलवल, संजय नैनवाल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
कोरोना काल में बर्बादी के कगार पर पहुंचे सूअर पालकों की प्रदेश स्तर की बैठक का आयोजन मानेसर में किया गया। बैठक में 18 जिलों के लोगांे ने हिस्सा लिया और इस व्यवसाय में आ रही परेशानियों और सरकार की उपेक्षा के खिलाफ लामंबद होने की योजना बनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष परमानंद फौजी द्वारा की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने पिगरी व्यवसाय के लिए इस समय को संकट का समय बताया गया।
कोरोना काल में बर्बादी
रामनिवास चैहान, मनोज चैहान, राजेश हुड्डा ने कहा कि पिगरी व्यवसाय को कोरोना काल ने बर्बाद कर दिया है लाखों की संख्या में पिग हैचरी में बंद पड़े हैं लेकिन विभिन्न बार्डर बंद होने के कारण इन्हें खरीदने के लिए कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। पशु पालकों को मुआवजा दिया जाए जिसके चलते वो अपने घर का गुजर बसर कर सकें।
न दवा न सुरक्षा
पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष परमानंद ने कहा कि सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। सभी तरह सके पशुओं के लिए सरकार की ओर से दवा और बीमा कराया जाता है लेकिन पिगरी पालकों को सरकार की ओर इस तरह की कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। ऐसे में इनका व्यवसाय करने वाले लोगों को दोहरी मार पड़ रही है। सरकार की ओर से कम से कम डाक्टरों, वैक्सीन की सुविधा दी जाए और हमारे भी पशुओं को बीमा पाॅलिसी की स्कीम प्रदेश में जल्द जल्द शुरू कराई जाए।
प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार
अपनी समस्याओं को आगे तक पहुंचाने के लिए नई प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष परमानंद फौजी, उपाध्यक्ष रणबीर सिंह सोनीपत, महासचिव कृष्ण अहलावत झज्जर, कोषाध्यक्ष शिवेंद्र सिंह सोनीपत को नियुक्त किया गया। बैठक में जींद, अंबाला, सिरसा और पंचकुला को छोड़कर सभी जिलों से लोग यहां पहुंचे।
नार्थ इस्ट का बार्डर खुले
पिगरी एसोसिएशन हरियाणा के सदस्यों ने कहा कि हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के में पिगरी का व्यवसाय करने वाले हजारों लोगों को अब सरकार से उम्मीद है कि वो जल्द जल्द से नार्थ इस्ट का बार्डर को खोले क्यों कि सबसे ज्यादा व्यापार इसी जगह होता है जबकि यहां बार्डर बंद पड़े हैं।
इस अवसर पर कुलदीप भिवानी, सुनील रेवाड़ी, दिनेश फरीदाबाद, संदीप सोनीपत, सुरजीत पलवल, संजय नैनवाल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
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