लगभग 15 दिन पहले जाटौली वार्ड 9 सीवर लाइन पर खोदा गया गढ्ढा के साथ खेलते बच्चे। |
घनश्याम
पटौदी,
पटौदी जनस्वास्थय विभाग के अधिकारियों की मनमानी के
कारण जाटौली के लोगों का जीवन नरक बन गया है। नई सड़क बनाने के मात्र 10 दिन
बाद सड़क के बीचों गढ्ढा खोदकर छोड़ दिया गया जिसे एक पखवाड़े से नहीं भरा
गया। मुख्य रास्ते के बीचों बीचे खुदे गढ्ढांे के कारण रास्ते बंद हो गए
हैं। बिमारी या किसी अनहोनी के होने के पर घरों तक गाड़ी भी नहीं पहुंच पा
रही हैं। स्थानिय निवासियों का आरोप है कि अधिकारियों की मनमानी पर भाजपा
सरकार लगाने में पूरी तरह से विफल रही है।
जाटौली निवासी मुकेश चैहान के
अनुसार जनस्वास्थ्य विभाग ने उनका जीवन ही खराब कर दिया दिया है उनके घर
के सामने गढ्ढा खोद कर छोड़ दिया है अब खुले में मल फैल रहा है ऐसे में खुद
सरकार के ही नुमाइंदे स्वच्छ भारत अभीयान को पलीता लगा रहे हैं।
गौतम
चैहान, सन्नी चैहान, राजेश कुमार के अनुसार लगभग सभी वार्डाें में
जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मनमर्जी और लापरवाही के कारण लोग
परेशान हैं। शिकातयों का असर नहीं होता। रात में अनजान लोग खुले गढ्ढों में
गिरकर चैटिल हो रहे हैं।
वार्ड 6 में पखवाडे़ पहले खोदा गया गढ्ढा। |
घरों में घुसा सीवर का पानी
पूर्व एयरफोर्स
सैनिक कप्तान योगी के अनुसार उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग से सीवर का
कैन्कैशन सुविधा के लिए लिया था लेकिन यह उनके लिए अभिशाप बन गया। सीवर का
ढलान ठीक न होने के कारण बरसात के इन दिनों हर रोज उनके घर में सीवर का
गंदा पानी भर जाता है और ऊपर से अधिकारी सीधे मुंह बात नहीं करते हैं। उनके
वार्ड में हाल ही बनी सड़क भी नपा और जनस्वास्थ्य विभाग की कारगुजारी के
कारण बह गई।
सीवर व्यवस्था से परेशानी
बरसात के कारण तो आम जन परेशान
है लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग ने जगह जगह सीवर की लाइनों के साथ गढ्ढे खोद
दिए और उन्हें लंबे समय से दबाया नहीं जा रहा है ऐसे में लाजमी है कि
ग्रामिणों का गुस्सा विभाग के प्रति जायज है।
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