नरेश गिरी जी महाराज |
घनश्याम
पटौदी,
पटौदी,
6 दिसम्बर 1992 में अयोध्या में ढांचा
ध्वस्त मामले में बुधवार को सीबीआई कोर्ट द्वारा इतिहासिक फैसले का स्वागत
करते हुए मानव निर्माण अभियान के केन्द्रीय प्रचारक स्वामी सुशील गिरी
सच्चिदानंद जी ने कहा कि राम का अस्तित्व नकार ने वाले विश्व से माफी मांगे
राम जन मन के है I राम बृह्माड की आत्मा है राम सच्चे
लोकतंत्र मर्यादा के प्रतीक है राम सत्य है सनातन सच्चिदानंद है ये विजय
अधर्म पर धर्म की विजय है I
भागवत व्यास पं० देवेश
कृष्ण सच्चिदानंद ने भी कहा कोट के फैसले का ह्रदय से अभिनंदन करते हुए कहा
अयोध्या हुई हमारी है अब मथुरा काशी की बारी है ये फैसला वेदिक सत्य
सनातन धर्म की जीत करार देते हुए कहा ये फैसला इस बात को प्रमाणित करता है
कि भारत में न्याय व्यवस्था जीवित है साथ ही सनातनी युवकों में नई उर्जा का
संचारित करेगी I
गो भक्त मंहन्त श्री नरेश गिरी जी महाराज ने सत्य और न्याय
की जीत बताते हुए कहा की सनातन धर्म की जड़े इतनी गहराई में हैं उसके मूल
को निर्मूल करने की शक्ति किसी भी मनुष्य में नहीं हैं।। सनातनता में
महानता उसके अमरत्व में निहित है और अनन्त रूप से अमरबेल की तरह है जिसे
ढूँढ पाना स्वार्थपरायण मानव के हाथ में नहीं है I
मंहन्त श्री नरेश गिरी जी महाराज ने ये भी
बताया दिपावली के बाद एक धर्म सभा का आयोजन की तैयारी चल रही है जिसमें
वेदिक सत्य सनातन धर्म पर सुनियोजित ढंग से विधर्मियों द्वारा जो कुठाराघात
किया जा रहा है I
उस पर व्यापक चर्चा कर गांव गांव जाकर विधर्मियों की पोल खोल कर वेदिक सत्य सनातन धर्म के प्रचार प्रसार कि योजना बना कर वेदिक सत्य सनातन धर्म की अलख जगा कर आदर्श समाज की अलख जगाई जायेगी I
व्यास पं० देवेश कृष्ण सच्चिदानंद |
No comments:
Post a Comment