पटौदी,
शुक्रवार को श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ एवं राष्ट्र आराधना का साप्ताहिक भव्य आयोजन शिम्भू राम बनारसी दास का फड़, जैन मन्दिर के पास कलश यात्रा के साथ धूमधाम के साथ शुरू हुआ। कथा आयोजन मानव निर्माण अभियान के तहत कराया जा रहा है। भागवत व्यास पण्डित श्री देवेश कृष्ण सच्चिदानन्द द्वारा कथा वाचन किया जाएगा।
मानव निर्माण अभियान के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी सुशीलगिरी जी महाराज ने बताया कि हिंदू मान्यताओं के आधार पर किसी भी शुभ काम शुरू करने से पूर्व कलश स्थापना जरूरी है क्योंकि सृष्टि के नियामक विष्णु, रुद्र और ब्रह्मा त्रिगुणात्मक शक्ति लिए इस ब्रह्माण्ड रूपी कलश में व्याप्त हैं।
समस्त समुद्र, द्वीप, यह वसुंधरा, ब्रह्माण्ड के संविधान चारों वेद इस कलश में स्थान लिए हैं। इसका वैज्ञानिक पक्ष यह है कि जहाँ इस घट का ब्रह्माण्ड दर्शन हो जाता है, जिससे शरीर रूपी घट से तादात्म्य बनता है, वहीं ताँबे के पात्र में जल विद्युत चुम्बकीय ऊर्जावान बनता है। ऊँचा नारियल का फल ब्रह्माण्डीय ऊर्जा का ग्राहक बन जाता है। जैसे विद्युत ऊर्जा उत्पन्ना करने के लिए बैटरी या कोषा होती है, वैसे ही मंगल कलश ब्रह्माण्डीय ऊर्जा संकेंद्रित कर उसे बहुगुणित कर आसपास विकिरित करने वाली एकीकृत कोषा है, जो वातावरण को दिव्य बनाती है।
भागवत व्यास पण्डित श्री देवेश कृष्ण सच्चिदानन्द ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का अवतार भी विशेष प्रयोजन पूर्ति के लिए ही हुआ।
भागवत व्यास पण्डित श्री देवेश कृष्ण सच्चिदानन्द ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का अवतार भी विशेष प्रयोजन पूर्ति के लिए ही हुआ।
श्री कृष्ण की रहस्य -लीला प्रकृति से परे है। श्रीमद् भागवत के नित्य सेवन से चारों पुरूषार्थ -धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह भागवत कथा निःसन्देह शाश्वत सुखदायक है तथा पवित्र भक्तों को भगवान के दर्शन भी होते हैं। जो इस भगवत्प्राप्ति की कथा का श्रवण और अनुसरण करते हैं उनके कष्ट सदा के लिए समाप्त हो जाते हैं। इस अवसर पर सुरेंद्र गर्ग, सुुभाष गर्ग, नरेश कुमार पिंटू पूर्व पार्षद, मदनलाल पार्षद, श्रीपाल सिंह, चंदूलाल, पवन कुमार, आनंद भूषण, भगवत सिंह, अमित कुमार गोल्डी, जितेंद्र जिंदल, उमेश अग्रवाल, जगदीश भूरू, शिव कुमार बंटी, अनिता देवी, रेखा देवी, सरोज बाला, वीना गर्ग, ओंमकार सैनी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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