गुरुग्राम जिला में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए 3769 सैम्पल लिए जा चुके है। इन सैम्पलों में से 3557 सैम्पलों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है तथा 167 की रिपोर्ट आनी बाकि है। जिला गुरुग्राम में कोरोना संक्रमण के 45 मामलों में से 26 मरीज बिल्कुल स्वस्थ हो चुके हैं, जिसका श्रेय डॉक्टरों की टीम को जाता है।
ज़िला प्रशासन के प्रवक्ता ने बताया कि जिला के हेल्थ बुलेटिन में गुरुग्राम जिला में अब तक कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर कुल 9,619 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया, जिनमें से 7,080 लोगों ने 14 दिनो का अपना क्वॉरेंटाइन पीरियड पूरा कर लिया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला के कुल 181 लोगों को क्वॉरेंटाइन सुविधा में रखा गया है। इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी है। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक 3769 सैंपल लिये गए हैं, जिनमें से 3557 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है जबकि 167 की रिपोर्ट आनी बाकी है। उन्होंने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित 45 मरीजों की पुष्टि की गई है जिनमें से 26 मरीज पूरी तरह से ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं जबकि 19 मरीजों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला गुरुग्राम में कोरोना संक्रमण महामारी को फैलने से रोकने को लेकर व्यापक स्तर पर कार्य योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि जिला में चरणबद्ध तरीके से डिसइन्फेक्शन का कार्य किया जा रहा है जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मामले पाए जाते हैं, वहां पर युद्ध स्तर पर डिसइन्फेक्शन अभियान चलाकर टीमों को तैनात किया गया है। जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा सर्वे किया जा रहा है। सर्वे के दौरान कोरोना संक्रमण लक्षणों के बचाव उपायों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है । इसके अलावा, टीम द्वारा हैंड वॉश तथा जरूरत अनुरूप फेस मास्क भी वितरित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप भी डाउनलोड करवाई जा रही है और लोगों को इस ऐप का प्रयोग करने व इसके फायदों की जानकारी दी जा रही है।
टीम द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए शेल्टर होम भी बनाए गए हैं । इन में रुकने वाले श्रमिकों को खाने सहित संक्रमण बचाव को लेकर डिग्निटी किट भी वितरित की गई है। इसके अलावा जो लोग स्वयं खाना बनाने में समर्थ है उन्हें सूखा राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है।
हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार जिला गुरुग्राम में पात्र व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें डिस्ट्रेस राशन टोकन बनाने के लिए 10 हज़ार फार्म वितरित किए गए हैं। इन फार्मो को एकत्रित कर डिस्ट्रेस राशन टोकन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि योग्य व पात्र व्यक्ति को इसका लाभ मिले और उसे भूखे पेट ना सोना पड़े।
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