घनश्याम
गुरूग्राम
हरियाणा एड्स नियंत्रण सोसाइटी की प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ वीना सिंह ने आज जिला गुरुग्राम में बनाए गए राहत शिविरों में जाकर रह रहे माइग्रेटेड लोगों के लिए वहां मेडिकल सुविधाएं देने व उनकी स्क्रीनिंग आदि करने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने आज गुरुग्राम जिला के सुखराली स्थित सामुदायिक केंद्र में बनाए गए राहत शिविर सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया और मौके पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तथा वालंटियर भी उपस्थित थे।
डॉ वीना ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे यहां रह रहे लोगों को खानपान तथा मेडिकल सुविधाएं देने के साथ-साथ उनकी समय-समय पर काउंसलिंग भी करते रहें ताकि वे राहत शिविर में आराम से रह सके और उनके मन मे किसी प्रकार की घबराहट या भय ना हो । उन्होंने यह भी कहा कि राहत शिविर में रहने वाले लोग सहज महसूस करें, इसके लिए वहां पर उनके लिए कुछ मनोरंजक गतिविधियां भी करवाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को लेकर इन लोगों में भय की स्थिति उत्पन्न ना हो, इसके लिए जरूरी है कि वहां पर मनोचिकित्सको की टीमें लगाकर इनकी काउन्सलिंग की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से डरने की बजाय इसे लेकर सतर्कता व सावधानी जरूरी है और यही इन्हें समझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा सकता है।
इस अवसर पर उनके साथ गुरुग्राम की उप सिविल सर्जन डॉ सुधा गर्ग, डॉ विजय कुमार, डॉ सुनीता राठी सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी गण उपस्थित थे।
उन्होंने आज गुरुग्राम जिला के सुखराली स्थित सामुदायिक केंद्र में बनाए गए राहत शिविर सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया और मौके पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तथा वालंटियर भी उपस्थित थे।
डॉ वीना ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे यहां रह रहे लोगों को खानपान तथा मेडिकल सुविधाएं देने के साथ-साथ उनकी समय-समय पर काउंसलिंग भी करते रहें ताकि वे राहत शिविर में आराम से रह सके और उनके मन मे किसी प्रकार की घबराहट या भय ना हो । उन्होंने यह भी कहा कि राहत शिविर में रहने वाले लोग सहज महसूस करें, इसके लिए वहां पर उनके लिए कुछ मनोरंजक गतिविधियां भी करवाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को लेकर इन लोगों में भय की स्थिति उत्पन्न ना हो, इसके लिए जरूरी है कि वहां पर मनोचिकित्सको की टीमें लगाकर इनकी काउन्सलिंग की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से डरने की बजाय इसे लेकर सतर्कता व सावधानी जरूरी है और यही इन्हें समझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा सकता है।
इस अवसर पर उनके साथ गुरुग्राम की उप सिविल सर्जन डॉ सुधा गर्ग, डॉ विजय कुमार, डॉ सुनीता राठी सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी गण उपस्थित थे।
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