पंचायती धर्मशाला का बोर्ड। |
घनश्याम
पटौदी,
हेलीमंडी की पंचातय पीली धर्मशाला को खुलवाने की पहल
अब नाकाफी होती दिखाई दे रही है। हाड़कंपा देने वाली सर्दी में मुसाफिर दर
दर हैं और वहीं मूछों और अहम की लड़ाई के बीच सरकारी तंत्र ने धर्मशाला को
सील कर अपना कत्वर्य निभा दिया।
स्थानीय लोग अब इसके मामले के का विरोध
करने लगें हैं और मांग उठाने लगे हैं कि अगर यह धर्मशाला सरकारी जमीन पर
बनी है तो एसडीएम को तालाबंदी खोलकर इसको नगरपालिका अधिकारियों के सुपुर्द
कर देना चाहिए लेकिन किसी भी सूरत मंे इसका संचालन तुरंत प्रभाव से शुरू
करना चाहिए।
एसडीएम के आदेशों के बाद पंचायती धर्मशाला तो सील कर दी गई
लेकिन अभी भी धर्मशाला परिसर में बने व्यवसायिक प्रतिष्ठान बेधड़क चल रहे
हैं।
पंचायती धर्मशाला पर लगी सील। |
क्या है मामला
बीते 16 जनवरी को क्षेत्र के कुछ लोगों ने एसडीएम पटौदी को शिकायत की थी धर्मशाला में अवैध रूप से पर्ची काटी जा रही है तथा एक वर्ग विशेष के लोग इसका नाम परिवर्तन करना चाहते हैं। इससे पूर्व पंचायत कर यहां महाराज अगै्रसेन भवन की नाम पट्टि तथा दानदताओं की सूची भी उखाड़ी गई थी। आपसी तनाव और बढ़ते झगड़े के मद्देनजर एसडीएम की ओर से इसे सील करने के आदेश दिए थे।
क्या कहते हैं लोग
यूपी निवासी जयसिंह के अनुसार वो फेरी का काम करते हैं और कई वर्षों से जब भी यहां आते हैं इसी धर्मशाला में शरण लेते थे। एक तो कमपैसा लगता था दूसरा सुविधा भी ठीक ही है। उनके अनुसार सरकार को इसे सील नहीं करना चाहिए था इसे अपने अंडर लेकर चालू रखना चाहिए।
पूर्व पार्षद सतबीर पहलवान के अनुसार यह पूरे शहर के लिए शर्म की बात है कि आपसी फूट के कारण एक धर्मशाला को सील कर दिया गया ऐसा नहीं होना चाहिए। दोनो पक्षों को स्वार्थ से ऊपर उठना चाहिए और अधिकारियों द्वारा इसे तुरंत खोला जाना चाहिए।
सुरेंद्र गर्ग के अनुसार धर्मशाला खुलवाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। यह समाज द्वारा बनाई गई है। पहल की जा रही है कुछ सार्थक परिणाम सामने आ सकते हैं। कोई सामाजिक फैसला होने तक इसे एसडीएम अपनी अगुवाई में खोलें।
पंचायती धर्मशाला पर चस्पा नोटिस। |
लोग परेशान
सील हुई
धर्मशाला के बाद ऐसे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं जिन्होंने प्रबंधक कमेटी
को अग्रिम भुगतान कर अपने विवाह, शादी या अन्य किसी कार्यक्रम के लिए इसे
बुक किया था। पूरे क्षेत्र में यहीं एक मात्र ऐसी धर्मशाला है जिसमें आम
आदमी कम पैसों में अपना कार्यकर्म आसानी से कर सकता है।
पुलिस का पहरा
धर्मशाला
के मुख्यद्वार के सामने अब पुलिस का पहरा हर समय रहता है। किसी प्रकार के
लड़ाई झगड़े और शरारती तत्व इसकी सील नहीं खोलने की आशंका के मद्देनजर ऐसा
किया गया है।
No comments:
Post a Comment