कुमार ललित
गुरूग्राम, पशुपालन विभाग की ओर से जिला में पषुओं को मुंह-खुर व गलघोंटू से बचाव के लिए संयुक्त वैक्सीन का टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिला में 1 लाख 60 हजार पशुओं को मुंहखुर व गलघोटू से बचाव के टीके लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपनिदेषक डाॅ. पुनीता गहलावत ने बताया कि पशुओं को मुंहखुर व गलघोटू जैसी घातक बीमारियों से बचाने के लिए यह टीकाकरण अत्यंत आवष्यक है। उन्होंने बताया कि विभाग का यह अभियान ‘एक भी पशु न छूटे और सुरक्षा चक्कर न टूटे‘ की तर्ज पर चलाया जा रहा है। यह टीकाकरण छह माह में एक बार किया जाता है। पहले मुंहखुर व गलघोटू का साल में दो-दो बार टीकाकरण किया जाता था, इस प्रकार साल में पषुओं को चार टीके लगाए जाते थे, लेकिन हरियाणा के पशुपालन विभाग ने देष का अग्रिम प्रदेष बनकर पषुओं को बचाने के लिए संयुक्त वैक्सीन से टीकाकरण करने का बीड़ा उठाया है। चार से आठ महीने के कटड़े-कटड़ियों को तीन से पांच सप्ताह में दोबारा बूस्टर डोज का वैक्सीन दिया जा रहा है। हरियाणा में संयुक्त वैक्सीन का तीसरा राउंड है।
पशु चिकित्सकों द्वारा वैक्सीन के दौरान कोविड-19 संक्रमण से बचाव संबंधी डूज एंड डोन्ट्स की पालना सुनिष्चित की जाती है। उन्होंने पशुपालकों से भी अपील करते हुए कहा कि पषुपालक किसी भी प्रकार की भ्रांति में न पड़े और अपने पषुओं का टीकाकरण अवष्य करवाएं। यदि इस टीकाकरण से पशु थोड़ा चरना कम कर दें या तापमान बढ़ जाए तो उसे बुखार उतारने की दो गोलियां दी जा सकती है। अगर टीकाकरण के कारण गांठ बन जाती है तो उसे बर्फ से सेक कर ठीक किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत जिला में अब तक 1 लाख 24 हजार 130 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। जिले में यह अभियान कन्टेनमैंन्ट जोन के अतिरिक्त सभी गांवो, कालोनियों, ढाणियों इत्यादि में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि किसी पशुपालक ने अपने पशु को टीका नहीं लगवाया है, तो निकटतम पशु अस्पताल के पशु चिकित्सक से संपर्क कर अपने पषु को अविलम्ब टीका लगवाएं।
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